
प्रभारी कलेक्टर ने दिलाई शपथ


जिला मुख्यालय में आदि कर्मयोगी अभियान अंतर्गत तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। रिस्पांसिव गवर्नेंस प्रोग्राम के तहत नगर के एक निजी मोटल के बैंक्वेट हाल में आयोजित की गई इस प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्देश्य जनजातीय विकास और परिवर्तन के लिए व्यक्तियों एवं संस्थाओं को सशक्त बनाना है।
रविवार को इसका समापन प्रभारी कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रेयांस कूमट की उपस्थिति में किया गया। इस दौरान श्री कूमट ने तीन दिनों तक चली प्रशिक्षण कार्यशाला के विषयों, प्रशिक्षण की पद्धतियों और प्रतिभागियों की जिज्ञासाओं के बारे में प्रशिक्षकों से जानकारी ली। उन्होंने प्रतिभागियों से कार्यशाला के माध्यम से विकसित हुई समझ के विषय फीडबैक भी लिया। श्री कूमट ने कार्यशाला में प्रतिभाग कर रहे विकासखण्ड स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स को शपथ भी दिलाई।
विदित है कि आदि कर्मयोगी अभियान अंर्तगत जिले के जनजातीय गाँवों में आदिवासियों के लिए काम करने वाले युवाओं, शिक्षकों, डाक्टर्स, स्वास्थ्य कर्मियों तथा सामाजिक कार्यकताओं का कैडर विकसित किया जाना है। धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत आदि कर्मयोगी अभियान में कर्मयोगियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। जिला मुख्यालय में 22 अगस्त से शुरू हुए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में विकासखण्ड स्तर के मास्टर ट्रेनर्स को सहभागी पद्धति से प्रशिक्षित किया गया है। समापन अवसर पर उप संचालक सामाजिक न्याय श्री रोहित बड़कुल, जिला परियोजना अधिकारी वाटरशेड उमेश सिंगरौरे सहित संबंधित उपस्थित रहे।
