“सुलझाए,समीकरण ,अनगिनत
, मात्र,सत्य ,अहिंसा,की कलम लेकर।
शहीद हुए महान देशभक्त।
भारत को समाधान देकर।
दें बुराई का उत्तर अच्छाइयों से
होगी हर बुराई,फिर बेअसर।
जय जवान!जय किसान!!
का देकर नारा।
देशवासियों का मनोबल बढ़ाया
खादी और चरखे के बल पर
देश को आजाद कराया।
था गांधीजी का सपना,
हो स्वच्छ भारत अपना।
चलो आज से ही अब से ही,स्वच्छता अपनाएं
सफाई अभियान चलाकर, भारत को स्वच्छ बनाएं।
होगी हर बीमारी दूर,
भारत एक नई पहचान बनाएगा।
समर्थ होकर एक दिन विश्वगुरु कहलाएगा।
साकार करें सब मिल जुलकर गांधी जी की अभिलाषा।
स्वच्छ ता ही अपनाकर
जगाएं नई आशा।
आओ ! करें नमन शत शत!
देश के उन प्यारों को
देकर बलिदान जिन्होंने,
भारत को महान बनाया।
भारतीय संस्कृति विस्तृत की
,जग में भारत का मान बढ़ाया।
नवनीता दुबे नूपुर