बारिश की हर बूँद को सहेजने के प्रयास






जल गंगा संवर्धन अभियान को जिले में व्यापक समर्थन प्राप्त हो रहा है। जल स्त्रोतों की सफाई करते हुए उसे पुर्नजीवित करने के लिए ग्रामीणजन उत्साहपूर्वक श्रमदान कर रहे हैं। बड़ी संख्या में तालाब गहरीकरण, पर्कुलेशन टैंक तथा कंटूर ट्रैंच निर्माण का कार्य किया जा रहा है। नदी, तालाब, कुआँ, बावड़ी सहित विभिन्न जल स्त्रोतों के संरक्षण और पुर्नजीवन के प्रयास किए जा रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत नैनपुर के कन्हरगांव में स्थानीय लोगों की सहभागिता से जल स्त्रोतों की सफाई की गई। मुड़ियारिचका, भाड़ा तथा चंदवारा में पर्कुलेशन टैंक का निर्माण किया जा रहा है। ग्राम, मोहल्ला स्तर पर रैली तथा जल संसद कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों को जल की प्रत्येक बूंद का सदुपयोग करने तथा बारिश के पानी को गांव में ही रोकने संबंधी समझाईश दी जा रही है।
जंगल बचाएंगे, पेड़ लगाएंगे
जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत ग्राम स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों में लोगों को जल स्त्रोतों की सफाई के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण का महत्व बतलाया जा रहा है। साथ ही पर्यावरण के बिगड़ते संतुलन के दुष्प्रभावों से भी अवगत कराया जा रहा है। ग्रामीणों को समझाईश दी जा रही है कि वे जंगल में गिरी हुई लकड़ियों का उपयोग करें, पेड़ न काटें। प्रत्येक व्यक्ति कम से एक वृक्ष अनिवार्य रूप से लगाते हुए उसकी देखभाल भी करें। जन्मदिन, शादी की सालगिरह, पुण्यतिथि आदि में भी पौधे रोपें। कार्यक्रमों में ग्रामीणजनों को जंगल बचाने तथा पौधे लगाने की शपथ भी दिलाई जा रही है।