कलेक्टर विकास मिश्रा ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में पीएचई की समीक्षा बैठक ली। कलेक्टर विकास मिश्रा ने अधिकारियों से क्षेत्रवार पेयजल कार्यों की जानकारी ली और आगामी दिनों के लिए पेयजल व्यवस्था की नीति पर विस्तार से चर्चा की। पीएचई अधिकारियों ने विकासखंड के आधार पर पेयजल व्यवस्था के बारे में कलेक्टर श्री मिश्रा को अवगत कराया।कई स्थानों पर जल आपूर्ति कार्ययोजना पंचायत को सौंप दी गयी है जिसके बाद पंचायत द्वारा जलआपूर्ति की जा रही है जिस पर पीएचई विभाग भी निगरानी रखे हुए है। कलेक्टर श्री मिश्रा ने कहा कि जहाँ भी पंचायत के कार्यों में पेयजल सम्बंधित लापरवाही सामने आ रही है,वहाँ सीईओ जनपद पंचायत को सूचित कर आगे का कार्य करें। पेयजल आपूर्ति के लिए कुछ स्थानों पर विद्युत के 3 फेज नहीं आने के कारण पेयजल आपूर्ति में बाधा आयी है जिसे विद्युत विभाग के साथ समन्वय बनाकर ठीक किया जा रहा है, 3 फेज बिजली आपूर्ति से पेयजल आपूर्ति भी निर्बाध रूप से प्रारम्भ हो जाएगा। पीएचई अधिकारियों द्वारा बताया गया कि कई स्थानों पर जलस्तर के नीचे जाने से बोर बंद होने की समस्या आयी है जिसे बोर की मोटर ठीक करवा कर समाधान लगातार किये जा रहे है। 13 गाँव में अभी पेयजल परिवहन किया जा रहा है,जिनमें से कई गाँव में जलस्त्रोत सुचारु रूप से चालू होने वाले है,वहां परिवहन रोक दिया जाएगा।साथ ही जिले में जलआपूर्ति के लिए सतत कार्य किये जा रहे है। कलेक्टर श्री मिश्रा ने पेयजल आपूर्ति के लिए आगामी दिनों की रणनीति बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए,उन्होंने कहा कि आगामी मौसम के अनुसार कार्य योजना पर अमल करें, इस समय पुराने जलस्त्रोतों को रिचार्ज करने की अवश्यकता है, जो योजना पूर्ण हो चुकी है, उन्हें जल्द से प्रारम्भ कर ग्रामीणों को जल आपूर्ति करें। पेयजल आपूर्ति और व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए विद्युत विभाग और जल निगम के साथ समन्वय के साथ कार्य करें।उन्होंने कहा कि पेयजल शिकायतों का त्वरित निवारण करें और कण्ट्रोल रूम को अलर्ट रखें जिससे निवारण जल्दी हो सकें। उक्त बैठक में एसई टी के मसूद, एसडीओ मनोज उपाध्याय, एसडीओ राजेश गौतम सहित अन्य पीएचई अधिकारी उपस्थित रहे।