जिले में कलेक्टर अवि प्रसाद के निर्देश पर लंबित सीमांकन प्रकरणों के निराकरण हेतु चलाये जा रहे विशेष अभियान में गति आई है। मैदानी राजस्व अमला और राजस्व अधिकारियों के सद्प्रयासों की वजह से अभियान के दौरान अब तक 2015 सीमांकन प्रकरण निपटाये जा चुके है। अभी भी यह कार्य सतत रूप से जारी है। कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा राजस्व अधिकारियों को आर.सी.एम.एस. पोर्टल पर लोकसेवा गारंटी अधिनियम के तहत दर्ज लंबित सीमांकन प्रकरणों को समय-सीमा में प्राथमिकता से निराकृत करने के निर्देश दिए गये थे। साथ ही उन्होंने अधिकारियों से कहा था कि वर्तमान में खेतों से फसल की कटाई हो जाने से खेत खाली है। जिससे सुविधाजनक ढंग से सीमांकन कार्य किया जा सकता है। कलेक्टर के निर्देश के बाद जिले में सीमांकन प्रकरणों के निराकरण की दिशा में हुई कारगर पहल की वजह से इसके निराकरण में गति परिलक्षित हुई है।कलेक्टर हर दिन कर रहे समीक्षा कलेक्टर श्री प्रसाद और अपर कलेक्टर सीमांकन प्रकरणों के निराकरण की स्थिति की प्रतिदिन समीक्षा करते है। सीमांकन प्रकरणों के निपटारे में आई तेजी की वजह से बड़ी संख्या में किसान भाइयों से सीमांकन के आवेदन प्राप्त हो रहे है।किसानों की संतुष्टि के साथ हो रहा सीमांकन कलेक्टर के निर्देश पर संचालित विशेष अभियान के तहत निराकृत सीमांकन प्रकरणों के प्रति किसानों का भरोसा बढ़ा है। निराकृत प्रकरणों का आर.सी.एम.एस. पोर्टल में दर्ज मामलों पर किसान भी खुश है।ढ़ीमरखेड़ा तहसील अव्वल कलेक्टर के निर्देश के बाद सीमांकन प्रकरणों के निराकरण के मामले में जिले की तहसीलों में ढ़ीमरखेड़ा तहसील 317 सीमांकन प्रकरणों का निराकरण कर अव्वल स्थान पर है। जबकि कटनी नगर 257 मामलों के निपटारे के साथ दूसरे स्थान पर है और स्लीमनाबाद तहसील ने 246 सीमांकन प्रकरणों का निपटारा कर तीसरे पायदान पर है। इसी प्रकार बरही तहसील मे 238 सीमांकन प्रकरण निपटाये गये। इस प्रकार बरही तहसील सीमांकन प्रकरणों के निराकरण के मामले में जिले में चौथे स्थान पर है। जिले की रीठी तहसील 218 सीमांकन प्रकरण निपटाकर पांचवें, बहोरीबंद तहसील 192 सीमांकन प्रकरण निराकृत कर छठवें पायदान पर और बड़वारा तहसील 188 सीमांकन प्रकरण के निपटारे के साथ सातवें और विजयराघवगढ़ तहसील 182 प्रकरण निराकृत कर आठवें स्थान पर है। जबकि कटनी तहसील 177 प्रकरणों के निपटारे के साथ अंतिम पायदान पर है।