– कलेक्टर अवि प्रसाद के निर्देश पर रबी विपणन वर्ष 2024-25 में कृषकों के उपज विक्रय की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए जिले में स्थापित 85 उपार्जन केन्द्रों में गेहूँ उपार्जन का कार्य आगामी 31 मई तक किया जाएगा। विपणन वर्ष 2024-25 में मंगलवार 21 मई की स्थिति में जिले के निर्धारित उपार्जन केन्द्रों से 19157 विक्रेता कृषकों से समर्थन मूल्य 2400 रुपये पर 1 लाख 12 हजार 794 मीट्रिक टन गेहूं का उपार्जन किया जा चुका है जो वर्ष 2023-24 की कुल खरीदी 99.61 फीसदी है। कलेक्टर श्री अवि प्रसाद ने सभी संबंधित अधिकारियों को उपार्जन कार्य में तेजी लाने के साथ ही गेहूं परिवहन के कार्य में भी तेजी लाने के निर्देश दिए है। कलेक्टर श्री प्रसाद ने उपार्जन केन्द्रों में आने वाले किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पडे इस हेतु उपार्जन केन्द्रों में पेयजल एवं छाया की व्यवस्था अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिए है। कलेक्टर श्री अवि प्रसाद द्वारा उपार्जन कार्य को दृष्टिगत रखते हुए चिन्हित 85 उपार्जन केन्द्रों में 102 नोडल अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है।गोदाम, समिति एवं साइलो स्तरीय केन्द्रों मे परिवहन एवं भंडारण जिला आपूर्ति अधिकारी ने बताया कि जिले में 85 उपार्जन केन्द्र सक्रिय रूप से उपार्जन एवं परिवहन का कार्य किया जा रहा है। इनमें जेव्हीएस गोदाम परिसर स्तरीय 32, समिति स्तरीय 44 और साइलो स्तरीय 9 केंद्र संचालित है। बताया गया है कि उपार्जन केन्द्रों पर कुल 23 हजार 230 किसानों द्वारा स्लॉट बुक किए गए हैं। जिनमें अब तक 19 हजार 157 किसानों ने अपने गेहूं का विक्रय कर चुके हैं। इन किसानों से कुल 1 लाख 12 हजार 794 मे.टन गेहूं की खरीदी की जा चुकी है। उपार्जित गेहूं का परिवहन सतत रूप से किया जा रहा है। अब तक 1 लाख 3 हजार 62 मे.टन गेहूं का परिवहन किया जा चुका है जो कुल खरीदी का 90.22 फीसदी है। कलेक्टर श्री प्रसाद ने शेष 9 हजार 732 में.टन गेंहू के शीध्र परिवहन हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया है। इसके साथ ही किसानों को 166 करोड़ रुपए का भुगतान सफलतापूर्वक उनके बैंक खातों में किया जा चुका है। मंगलवार 21 मई की अवधि तक कुल 90 हजार 11 स्वीकृति पत्रक जारी किये जा चुके है।