समय-सीमा एवं विभागीय समन्वय समिति की बैठक में कलेक्टर के निर्देश

समय-सीमा एवं विभागीय समन्वय समिति की बैठक में कलेक्टर डॉ. सलोनी सिडाना ने निर्देशित किया कि टीएल सहित अन्य प्लेटफॉर्म पर दर्ज प्रकरणों का संबंधित अधिकारी स्वयं अध्ययन करें तथा तय समय सीमा में सकारात्मक निराकरण सुनिश्चित करें। निराकृत प्रकरणों की संख्या के स्थान पर समाधान की गुणवत्ता पर ध्यान केन्द्रित करें। जिला योजना भवन में संपन्न हुई इस बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्रेयांश कूमट, अपर कलेक्टर राजेन्द्र कुमार सिंह, संयुक्त कलेक्टर अरविंद सिंह, सहायक कलेक्टर आकिप खान सहित समस्त एसडीएम तथा सभी विभागों के जिलाधिकारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी अधिकारी टीएल प्रकरणों की गंभीरता को समझते हुए उनका यथोचित समाधान करें तथा तय समयावधि में संबंधित पोर्टल में अंकित करें। छात्रवृत्ति वितरण की कार्यवाही में प्रगति लाएं। जो भी बच्चे शेष बचे हैं उनका चिन्हांकन कर आवश्यक कार्यवाही जल्द पूर्ण करें। पेयजल से संबंधित समस्याओं को सर्वोच्च प्राथमिकता से निराकृत करें। डॉ. सिडाना ने जिला चिकित्सालय के आईसीयू वार्ड को प्रारंभ करने के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि लंबित विभागीय जांचों को जल्द पूर्ण करें। वर्ष 2022 से पूर्व की शिकायतों की जांच एक सप्ताह में पूर्ण करें। अवैध नलकूप खनन तथा नरवाई जलाने वालों पर कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान दिए गए निर्देशों का पालन प्रतिवेदन एक सप्ताह में प्रस्तुत किया जाना सुनिश्चित करें। बैठक में समग्र ईकेवाईसी, स्वामित्व योजना, अनुकंपा नियुक्ति आदि के संबंध मंे भी समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए गए।
अधीनस्थ कर्मचारियों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनें
कलेक्टर डॉ. सिडाना ने कहा कि सभी अधिकारी अपने दायित्वों का बेहतर निर्वहन करते हुए अधीनस्थ कर्मचारियों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनें। विभागीय गतिविधियांे की अपने स्तर पर नियमित समीक्षा करें तथा बेहतर प्रगति सुनिश्चित करने के लिए अधीनस्थ कर्मचारियों को सहयोग तथा मार्गदर्शन प्रदान करें। सभी अधिकारी सप्ताह में कम से कम 2 बार क्षेत्र का भ्रमण करते हुए योजनाओं के क्रियान्वयन का फीडबैक प्राप्त करें।
परिवहन की गति बढ़ाएं
बैठक में कलेक्टर ने उपार्जन की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने निर्देशित किया कि जो भी किसान शेष हैं उन्हें जानकारी प्रदान करते हुए खरीदी की प्रक्रिया को जल्द पूरा करें। कलेक्टर ने कहा कि उपार्जन के साथ-साथ भुगतान हेतु आवश्यक प्रक्रिया भी पूरी करें। उपार्जन के साथ-साथ परिवहन की गति बढ़ाएं। एसडीएम, तहसीलदार तथा संबंधित विभागों के अधिकारी उपार्जन केन्द्रों का निरीक्षण करें। परिवहन की संतोषजनक प्रगति नहीं होने पर संबंधित ठेकेदार के विरूद्ध कार्यवाही प्रस्तावित करें।