आपसी समझौते से निराकृत हुए 4986 प्रकरण
15 करोड़ आठ लाख से अधिक राशि के अवार्ड पारित, 6571 व्यक्ति हुए लाभान्वित
73 खंडपीठों ने किया मामलों का निराकरण
बहुजन हिताय बहुजन सुखाय की अवधारणा पर कार्यपालक अध्यक्ष राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के दिशा-निर्देशानुसार मौजूदा साल की दूसरी नेशनल लोक अदालत शनिवार को आयोजित हुई। जिले में जिला मुख्यालय ग्वालियर पर जिला न्यायालय, कुटुबं न्यायालय, श्रम न्यायालय, रेलवे न्यायालय व जिला उपभोक्ता प्रतितोषण फोरम में नेशनल लोक अदालत का आयोजन हुआ। साथ ही सिविल न्यायालय डबरा व भितरवार में भी लोक अदलात आयोजित की गई।
नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ शनिवार को प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ग्वालियर श्री पी सी गुप्ता द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में नेशनल लोक अदालत के लिए गठित 73 खंडपीठों द्वारा 4 हजार 986 मामलों में राजीनामा कराकर आपसी समझौते के आधार पर निराकरण कराया गया। साथ ही 15 करोड 8 लाख 11 हजार से ज्यादा राशि के अवार्ड पारित किए गए। नेशनल लोक अदालत से जिले में 6 हजार 571 व्यक्तियों को लाभांवित कराया गया।
निराकृत किए गए मामलों में न्यायालयों में लंबित 880 मामलों में लगभग 09 करोड 30 लाख 36 हजार 771 की राशि के अवॉर्ड पारित हुए। इसके अलावा बैंक, नगरपालिका, विद्युत के 4हजार 106 पूर्ववाद प्रकरणों में 5 करोड 77 लाख 74 हजार से अधिक की राशि लोक अदालत के माध्यम से वसूल की गई। निराकृत प्रकरणों में मोटर दुर्घटना के 118, चैक बाउंस के 663, आपराधिक 335, वैवाहिक 45, सिविल 55, विद्युत के 22 प्रकरण,श्रम विभाग के 10 प्रकरण सम्मिलित रहे। इस बार नेशनल लोक अदालत के माध्यम से जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोषण आयोग के 17 मामले निराकृत हुये। जिनमें 49 लाख 57 हजार 965 के अवार्ड पारित हुए।
जिला न्यायालय में नेशनल लोक अदालत के शुभारंभ अवसर पर सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण आशीष दवंडे, समस्त जिला न्यायाधीश, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नितिन कुमार मुजाल्दा सहित समस्त व्यवहार न्यायाधीश व प्रशिक्षु व्यवहार न्यायाधीश, जिला विधिक सहायता अधिकारी, अधिवक्ता गण, सुलहकर्ता सदस्य, पैरा लीगल वालेंटियर्, जिला न्यायालय व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।
नेशनल लोक अदालत में प्रकरणों का निराकरण कराने वाले पक्षकारों को वन विभाग के सौजन्य से न्याय वृक्ष के रूप में लगभग 450 छायादार, फूल एवं फलदार पौधे भी वितरित कराये गए।