मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.सी. सरोते ने बताया कि वर्तमान में ग्रीष्म ऋतु के दौरान बढ़ती धूप की तपन, लू से सावधानी एवं शरीर को मौसमी बीमारी से बचाव हेतु आमजन को कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।
ग्रीष्म ऋतु के दौरान क्या करें
घर से बाहर निकलने से पहले भरपेट पानी अवश्य पियें, धूप में जाते समय सूती कपडे़ पहनें और सिर और कान को सूती कपडे़ से ढक्कर रखें। धूप में घूमने वाले व्यक्ति नमक शक्करयुक्त कोई तरल पदार्थ या ओ.आर.एस. घोल का अधिक सेवन करें। नीबूपानी, केरी का पना, शिकंजी या मठा अधिक से अधिक पिएं, भरपेट भोजन करके ही बाहर निकलें, हमेशा ताजा भोजन, फल और सब्जियाँ खायें। यथासंभव धूप में अधिक न निकलें।
क्या न करें
धूप में खाली पेट न निकलें शरीर में पानी की कमी न होने दें, बुखार में शरीर का तापमान न बढ़ने दें, ठंडे पानी की पट्टी रखें, कूलर या कंडीशनर से धूप में एकदम न निकलें, मिर्च मसालेयुक्त भोजन न करें, बासी भोजन न खायें।
लू लगने पर
व्यक्ति को फौरन छायादार जगह में लेटायें, ढीले कपडे़ पहनें, पेय पदार्थ जीवन रक्षक घोल ओ.आर.एस., कच्चे आम का पना पिलायें एवं ताप घटाने के लिये व्यक्ति के सिर पर ठंडे पानी की पट्टी रखें एवं नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में उपचार लें।