वाहन रैली, आरती, पूजा, अरदास और शोभायात्रा के साथ हुए आयोजन
सिंधी समाज के इष्ट देव वरुण अवतार भगवान झूलेलाल सांई का जन्म दिवस चेट्रीचण्ड महोत्सव के रूप में सिंधी समाज के द्वारा भक्ति भाव से मनाया गया, पूज्य सिंधी पंचायत, सिंधु नवयुवक मंडल एवं मातृशक्ति संगठन के द्वारा विविध आयोजन किए गए, आयोजन की श्रृंखला में एक सप्ताह पहले गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ आरंभ किया गया जो कि नियमित रूप से पाठन किया गया, भगवान झूलेलाल सांई का जल अभिषेक किया गया, तत्पश्चात झूलेलाल सांई का श्रृंगार किया गया, महाराज रानूनाथ शर्मा के द्वारा झूलेलाल सांई की जीवनी पर प्रकाश डाला गया,श्री गुरुद्वारा साहिब में भजन कीर्तन, आरती, पूजा के साथ सभी परिवारों की सुख शांति के लिए अरदास की गई,सामाजिक जनों के द्वारा इस अवसर पर नाच गायन करते हुए जन्मोत्सव की बधाइयां दी गईं, साप्ताहिक पाठ का भोग का कार्यक्रम संपन्न हुआ, इस अवसर पर सामाजिक जनों की मौजूदगी में भाई साहब हरनाम उदासी के द्वारा पल्लव पूजा का कार्यक्रम संपन्न हुआ,तत्पश्चात आम लंगर का आयोजन किया गया जिसमें सभी शामिल जनों ने प्रसादी ग्रहण की।
वाहन रैली का जगह जगह हुआ स्वागत
सुबह सामाजिक जनों के द्वारा वाहन रैली निकाली गई जिसका जगह-जगह स्वागत किया गया,वाहन रैली शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए पुनः गुरुद्वारा साहिब में विराम ली, रैली भगवान झूलेलाल सांई के जयकारों के साथ गुंजायमान रही, वाहन रैली के जगह जगह स्वागत में स्वल्पाहार का आयोजन भी किया गया, वाहन रैली में बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और बच्चे शामिल हुए, युवाओं में बहुत उत्साह देखा गया।
भगवान श्री झूलेलाल की झांकी के साथ निकली शोभायात्रा
सायंकाल में श्री बहिराणा साहब का पूजन अर्चन किया गया एवं विशाल शोभायात्रा निकाली गई जो कि गुरु के जयकारों के साथ गुंजायमान रही, शोभा यात्रा का जगह-जगह स्वागत सत्कार किया गया एवं स्वल्पाहार की व्यवस्था रखी गई,शोभायात्रा नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए मां नर्मदा के पावन तट पर गुरु अरदास एवं पल्लव पूजा के साथ संपन्न हुई।
श्री झूलेलाल मंदिर अंबेडकर वार्ड में भी हुए आयोजन
अंबेडकर वार्ड स्थित भगवानी बाई केवलराम श्री झूलेलाल मंदिर में भी चेट्रीचण्ड महोत्सव के अवसर पर वृहत आयोजन किए गए, प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी श्री झूलेलाल मंदिर को सुसज्जित किया गया एवं आरती पूजा के साथ जन्मोत्सव मनाया गया, इस अवसर पर स्वल्पाहार में विविध व्यंजन शामिल किए गए, सायंकाल में बहिराणा साहब के साथ विधिवत पूजन अर्चन किया गया।