भारत निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनावों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने दिये निर्देश
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने नगर निगम आयुक्तों और जिला निर्वाचन अधिकारियों को मतदान प्रतिशत बढ़ाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि मतदाता जागरुकता कार्यक्रम को एक अभियान के रूप में संचालित करें, जिससे मतदाता मतदान करने के लिये स्वयं प्रेरित हों। नई दिल्ली में आज ‘मतदान में कम सहभागिता विषय पर सम्मेलन’ में प्रमुख शहरों के नगर निगम आयुक्तों और कुछ जिला निर्वाचन अधिकारियों ने मतदाता भागीदारी बढ़ाने की दि शा में अतिरिक्त प्रयास करने के लिए एक साथ विचार-विमर्श किया। इस अवसर पर आयोग द्वारा मतदाताओं की उदासीनता पर एक पुस्तिका का विमोचन भी किया गया।
सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि कम मतदान प्रतिशत वाले कुल 266 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों (215 ग्रामीण और 51 शहरी) की पहचान की गई है। उन्होंने मतदान केंद्रों पर कतार प्रबंधन, भीड़भाड़ वाले इलाकों में पार्किंग जैसी सुविधा प्रदान करने की बहुआयामी रणनीति पर जोर दिया। मुख्य चुनाव आयुक्त श्री कुमार ने बढ़ी हुई भागीदारी और व्यवहार परिवर्तन के लिए बूथवार कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी नगर निगम आयुक्तों और डीईओ को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग-अलग रणनीति तैयार करने और अलग-अलग लक्षित मतदाताओं के लिए योजना बनाने के निर्देश दिये। इस तरह से कार्य करें कि मतदाताओं में लोकतांत्रिक उत्सव में भाग लेने का गौरव भाव पैदा हो। चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखवीर सिंह संधु ने भी महत्वपूर्ण सुझाव दिये।
सम्मेलन में दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बंगलुरु, हैदराबाद, अहमदाबाद, पुणे, ठाणे, नागपुर, पटना साहिब, लखनऊ और कानपुर के नगर निगम आयुक्तों के साथ-साथ बिहार और उत्तरप्रदेश के चुनिंदा जिला निर्वाचन अधिकारियों ने भाग लिया। साथ ही बिहार, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र और दिल्ली के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों ने भी सम्मेलन में भाग लिया। सम्मेलन में 7 राज्यों कर्नाटक, गुजरात, मध्यप्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना और पंजाब के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी भी वर्चुअली शामिल हुए।
मतदान प्रतिशत बढ़ाने विशेष अभियान जारी – श्री राजन
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने सम्मेलन में कहा कि मध्यप्रदेश में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिये विशेष अभियान चलाया जा रहा है। विगत विधानसभा निर्वाचन में प्रदेश के जिन 26 जिलों के 75 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत कम था, वहां मतदाता जागरुकता वाहन के माध्यम से मतदाताओं को जागरुक किया जा रहा है। लघु फिल्म, स्लोगन, पोस्टर के माध्यम से मतदाताओं को मतदान का महत्व और लोकतंत्र में उनके एक वोट की क्या कीमत है, के बारे में जागरुक किया जा रहा है। जिला लेवल पर पेंटिंग, स्लोगन, लेखन की प्रतियोगिताएँ आयोजित की जायेंगी, जिसमें सभी उम्र के मतदाता सहभागी बन सकते है। प्रतियोगिताओं में पुरस्कार का भी प्रावधान किया गया है। ट्रू कॉलर, यूपीआई पेमेंट, सोशल मीडिया इन्फल्यूएंसर, स्वच्छता वाहन के माध्यम से भी मतदाता जागरुकता कार्यक्रम चलाए जा रहे है। उचित मूल्य दुकानों, अस्पतालों, शॉपिंग मॉल, पेट्रोल पम्पों में पोस्टर, बैनर आदि के माध्यम से मतदाता जागरुकता कार्यक्रम चलाया जाएगा। रहवासी समितियों के साथ भी बैठक कर मतदान के लिये प्रोत्साहित किया जायेगा। आंगनवाड़ी केन्द्रों में मंगल दिवस पर महिलाओं को मतदान के प्रति जागरुक किया जा रहा है। इस दौरान संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मनोज खत्री और बसंत कुर्रे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।