28 हजार 500 परिवारों को उनके घर पर ही नल से मिल रहा है पानी
मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कम्पनी ने खरगौन नगर पालिका के लिए वर्ल्ड बैंक के सहयोग से पेयजल योजना का कार्य पूरा कर लिया है। नगरीय विकास एवं आवास विभाग की 93 करोड़ रूपये लागत की इस योजना से खरगौन नगर पालिका क्षेत्र के 2 लाख से अधिक अबादी को लाभ पहुँच रहा है। पेयजल योजना से क्षेत्र के 28 हजार 500 परिवारों को उनके घर पर ही नल के माध्यम से 135 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन की दर से पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। पेयजल योजना में नगरीय क्षेत्र के नजदीक कुंदा नदी से पानी लेकर खरगौन नगर की आबादी तक पानी पहुँचाया जा रहा है।
पेयजल योजना में जल शोधन के लिए 30 एमएलडी का संयंत्र भी स्थापित किया गया है। इसके साथ ही योजना में 330 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन के माध्यम से नगर में जल वितरण की व्यवस्था की गयी है। जल संग्रहण के लिए योजना स्थल के पास चार नए ओवर हैड टैंक बनाए गए हैं। इसके साथ ही चार पुराने ओवर हैड टेंक का इस्तेमाल भी जल संग्रहण के लिए किया जा रहा है। पेयजल योजना से जुड़े सभी निर्माण कार्यों में उत्कृष्ट गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा गया है। जल योजना में पर्यावरण के पक्ष को भी महत्व दिया गया है। इसके लिये इंटैक वैल और वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में सघन वृक्षारोपण किया गया है।
जल प्रदाय योजना से खरगौन निवासी खासे उत्साहित है। नगर के डॉ. सुधीर कुमार का कहना है कि नल कनेक्शन लगने के बाद जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है। वे बताते है कि बस्ती में पहले पानी कभी उपलब्ध होता था, कभी नहीं होता था। अब नागरिको कों समय पर स्वच्छ पानी नियमित रूप से मिल पाता है। खरगौन की रहने वाली श्रीमती साधना का कहना है कि महिलाओं के जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन आया है, अब महिलाओं को पानी के लिए यहॉ वहॉ नहीं भटकना पड़ रहा है। एक अन्य निवासी श्री रमेश सोनी का कहना है कि नल कनेक्शन लग जाने से जीवन की एक बड़ी समस्या हल हो गई है। इसके साथ ही पानी की किल्लत से छुटकारा मिला है। पर्याप्त स्वच्छ जल मिलने से जीवन बीमारियों से भी सुरक्षित हो गया है। कामकाजी महिला श्रीमती अर्चना चौहान का कहना है कि नल कनेक्शन से अब समय पर घर पर ही पानी की सप्लाई हो पा रही है। अब वे समय पर कार्यालय पहुँच जाते हैं। उन्होंने पानी की गुणवत्ता पर संतोष जताया है।
मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कम्पनी लिमिटेड की योजना विश्व बैंक की मदद से तैयार की गई है। पिछले दिनों योजना का शुभारंभ हुआ है।