महादेव केन्द्रित भजनों से दिया एकता का संदेश
विक्रमादित्य, उनके युग, भारत उत्कर्ष, नवजागरण और भारत विद्या पर एकाग्र विक्रमोत्सव 2024 अंतर्गत आयोजित अनादि पर्व (1 मार्च से 9 अप्रैल 2024 तक) के तीसरे दिन सतीश गोथरवाल एवं साथी, उज्जैन के द्वारा शिव पर केन्द्रित भक्ति संगीत की प्रस्तुति दी गयी। उन्होंने भजन की शुरूआत गणेश वंदना- बिगड़ी बनाओ गणराज से की। भक्तिमय माहौल में उन्होंंने कालों के काल महाकाल तेरी जय-जय, महाकाल आरती, चलो महाकाल की नगरिया, महाकाल को मनायेंगे, चौपाईया-महाकाल उज्जयिनी के राजा, सुखी रहे जग सारा, हर-हर महादेव शंभु एवं शीश चन्द्र जैसे भजनों से समा बांध दी।
मंच पर उनके साथ गायन में दक्ष गोथरवाल, दीपक भीलाला, पदमा गोथरवाल, नेहा चुडावत थी। ढोलक पर अनुप बोरलिया तथा सह वाध पर दिव्यांश बुन्देल ने भूमिका निभायी। तबला शक्ति नागर व आक्टोरपेड पर फूलचंद्र मुराडिया थे।
आज होगा पारम्परिक लोकगायन
अनादि पर्व अन्तर्गत 4 मार्च 2024 को कालिदास अकादमी में सेवाधाम आश्रम, उज्जैन के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति तथा उज्जयिनी सांस्कृतिक लोककला संस्थान, उज्जैन द्वारा पारंपरिक लोक गायन होगा।