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Sunday, April 27, 2025
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मच्छरदानी के उपयोग व दिशा-निर्देश – मण्‍डला

            जिले को शासन द्वारा कन्साइनी जिले से कुल 250250 दवायुक्त मच्छरदानी (एल.एल.आई.एन.) वितरण हेतु सीधे ही जिले के 9 विकासखण्ड मुख्यालय में उपलब्ध कराया जा रहा है। मच्छरदानी का शासन से प्राप्त दिशा निर्देशानुसार वर्ष 2019 के अनुसार जिले के चिन्हांकित हाईरिस्क 460 ग्रामों में वितरण कराया जाना है। इस हेतु जिले के समस्त खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को मार्च 2024 में निर्धारित प्रोटोकॉल अनुसार मच्छरदानी वितरण आरंभ कर शीघ्र ही पूर्ण किये जाने हेतु निर्देशित किया गया है। जिले के 460 ग्रामों के सभी परिवारों में मच्छरदानी का वितरण स्वास्थ्य विभाग के स्थानीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं अन्य सहयोगी कर्मचारियों द्वारा मच्छरदानी हितग्राहियों को वितरण किया जायेगा। मच्छरदानी के उपयोग के समय हितग्राही को क्या करें एवं क्या न करें की बिन्दुवार जानकारी स्पष्ट रुप से समझना चाहिए। मच्छरदानी वितरण के समय यह आवश्यक है कि हितग्राही अपने समग्र आई.डी. या अन्य परिवार पहचान आई.डी. वितरण कर्मचारियों को उपलब्ध कराएं, ताकि वास्तविक संख्या के आधार पर मच्छरदानी वितरित किया जा सके। मच्छरदानी का वितरण जनप्रतिनिधि की उपस्थिति में कराया जाना चाहिए। मच्छरदानी वितरण पूर्व इसकी जानकारी खण्ड चिकित्सा अधिकारी द्वारा उपलब्ध कराई जावेगी। साथ ही वितरण कार्ययोजना अनुसार वितरण दिनांकों में वितरण का कार्य किए जाने हेतु समस्त खण्ड चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया है। स्थानीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता एवं अन्य सहयोगी कर्मचारियों द्वारा पैकेट फाड़कर मच्छरदानी हितग्राहियों को वितरण किया जावे, जिससे कि उसी दिन से उसका उपयोग हितग्राही के द्वारा किया जा सके। दवायुक्त मच्छरदानी हमें इन बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करने के साथ मच्छरों एवं अन्य जहरीले कीटों से सुरक्षा प्रदान करती है। साधारण मच्छरदानी की तुलना में दवायुक्त मच्छरदानी शरीर में स्पर्ष होने पर कुछ समय के लिए चुनचुनाहट हो सकती है लेकिन यह किसी भी तरह से मनुष्य के लिए हानिकारक नहीं है और न ही इससे छोटे बच्चे को कोई नुकसान होता है। परिवार में छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाऐं, वृद्धजनों को यह मच्छरदानी आवश्यक रुप से उपयोग करने की सलाह दी जाती है।

            वाहक जनित रोग जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकुनगुनिया, जापानीज एनसेफेलाइटिस संक्रमित मच्छर के काटने से फैल जाता है। इस हेतु यह आवश्यक है कि संक्रमित मच्छर और मनुष्य के बीच के संपर्क को रोकने एवं बीमारी के फैलाव को कम करने के लिए वितरण किए जा रहे दवायुक्त मच्छरदानी (एल.एल.आई.एन.) का उपयोग निर्देशानुसार किया जाए। समस्त हितग्राहियों से अपील की जाती है कि सोते समय दवायुक्त मच्छरदानी का उपयोग आवश्यक रुप से करें एवं मच्छरदानी वितरण कार्य में सहयोग प्रदान करें।

क्या करें

            घर के अन्दर अथवा बाहर सोते समय हमेशा कीटनाशक उपचारित (दवा वाली) मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। मच्छरदानी के चारों कोनों की रस्सी को अच्छी तरह से बांध कर रखें और इसके निचले हिस्से को गद्दे या चटाई के नीचे दबा दें। लगाते समय इसे अधिक खिचाव से न लगावें। इस्तेमाल के बाद कीटनाशक उपचारित मच्छरदानी को ठीक से तह लगाकर साफ स्थान पर रखें। अत्यधिक गंदा होने पर कीटनाशक उपचारित मच्छरदानी को सादे और साफ पानी में हल्की रगड़कर धोयें। हल्का धोने के बाद इसे छांव में सुखायें। आग से दूर रखें एवं कटने, फटने व जलने से बचावें।

क्या न करें

            कीटनाशक उपचारित मच्छरदानी को धूप में न सुखाएं। इसे धोने के लिए गर्म पानी अथवा ब्रश का इस्तेमाल न करें। इसे धोने के लिए पत्थर पर न पटकें। धोने के बाद न निचोंडें। कीटनाशक उपचारित मच्छरदानी का उपयोग मछली पकड़ने के लिए न करें। कीटनाशक उपचारित मच्छरदानी को न बेंचे और न की उपहार में दें। मच्छरदानी का उपयोग खाद्य सामग्री ढकने, सुखाने जैसे अन्य कार्य में नहीं किया जावे।

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