24 घंटे से जारी है रामधुन
मण्डला। ग्राम पंचायत घाघा के घाघी घाट में आज हवन-पूजन एवं भण्डारे का आयोजन किया गया है। ज्ञात हो कि घाघी तट पर विगत 12 वर्षो से महाराज पुरूषोत्तम दास जी नर्मदावासियों की सेवा करते रहे हैं इसके साथ ही यह स्थान महाराज जी की साधना स्थलीय रहा है नर्मदा परिक्रमा करने के बाद पुरूषोत्तम दास जी महाराज यहीं एक छोटी सी कुटिया बनाकर रहने लगे थे वे यहां रहकर माँ नर्मदा की सेवा किया करते थे और इस दौरान यदि कोई परिक्रमावासी यहां आता तो उसके भोजन एवं निवास की व्यवस्था भी करते थे। धीरे-धीरे पुरूषोत्तम दास जी महाराज को स्थानीय लोगों का सहयोग मिलने लगा और ग्राम घाघा एवं आसपास के और ग्राम के लोग यहां आकर पूजन-पाठ में शामिल होने लगे चूंकि यह स्थान नर्मदा परिक्रमा मार्ग का महत्वपूर्ण स्थान है लिहाजा धीरे-धीरे इस स्थान में अन्य निर्माण कार्य भी होने लगे यहां एक मंदिर भी बन चुका है परिक्रमावासियों के रूकने हेतु एक भवन भी है और धार्मिक कार्यो के आयोजनों के लिये पर्याप्त परिसर भी है। माँ नर्मदा के तट पर सुंदर घाट भी बना दिया गया है जहां से रोजाना सैकड़ों लोग नाव के रास्ते आना-जाना करते हैं विगत दिनाें पुरूषोत्तम दास जी महाराज ब्रम्हलीन हो गये इन्हीं की स्मृति में आज उनके अनुयायियों द्वारा एवं स्थानीय जनों द्वारा एक दिवसीय रामधुन पाठ का आयेाजन किया गया जिसका समापन आज दोपहर होगा और ठीके उसके बाद भण्डारे का आयोजन किया गया है। घाघा ग्राम के लोगों ने सभी श्रद्धालुजनों से इस आयोजन में शामिल होकर धर्मलाभ उठाने अपील की है।