सरकारी स्कूलों में संचालित किये जा रहे हैं विशेष कोर्स
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों के प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। विभाग द्वारा नवनियुक्त 15 हजार शिक्षकों को आधारभूत प्रशिक्षण दिलाया गया। इसके साथ ही अंग्रेजी, गणित और विज्ञान विषय के 5 हजार शिक्षकों को विषयगत प्रशिक्षण दिलाया गया है। विभाग में कार्यरत अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक को राष्ट्रीय, शैक्षिक, प्रशासन एवं योजना विश्वविद्यालय नई दिल्ली (नीपा) के माध्यम से 5 दिवसीय नेतृत्व प्रशिक्षण दिलाया जा चुका है।
दक्षता सुधार
सरकारी स्कूलों में कक्षा 8वीं के विद्यार्थी आते हैं उनकी दक्षता कक्षा के अनुरूप करने के लिये विशेष कोर्स संचालित किये जा रहे हैं। ऐसे विद्यार्थियों को हिन्दी, गणित और अंग्रेजी विषय में विशेष प्रशिक्षण दिलाये जाने की व्यवस्था की गई है। इस प्रशिक्षण से ड्रापआउट रेट कम करने के प्रयास किये जा रहे हैं। ऐसे विद्यार्थियों के लिये हिन्दी, अंग्रेजी एवं गणित विषय की विद्यार्थी कार्य पुस्तिका एवं शिक्षकों के लिये शिक्षक कार्यपुस्तिका उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत छात्रों को बोर्ड परीक्षा में अच्छे प्रदर्शन करने के लिये विभिन्न विषयों के टिप्स एण्ड ट्रिक्स वीडियोज् दिखाये जाने की व्यवस्था भी की गई है।
रेमेडियल टीचिंग
सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के शैक्षणिक स्तर के सुधार के लिये त्रैमासिक परीक्षा के ग्रेडिंग के आधार पर कमजोर छात्रों को चिन्हित किये जाने की व्यवस्था है। स्कूलों में असेसमेंट सेल द्वारा रेमेडियल माडयूल तैयार किया गया है। विद्यालय में रेमेडियल कक्षाएँ संचालित करने के लिये राज्य स्तर से दिशा-निर्देश भी प्रसारित किये गये हैं। कक्षा 9वीं और 11वीं के छात्रों में लर्निंग गेप पता करने के लिये स्टेट असेसमेंट सेल द्वारा प्रदेश के सभी जिलों के लगभग एक हजार से अधिक हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी विद्यालयों में एक लाख से अधिक छात्रों का निदानात्म्क आकलन भी आयोजित किया गया।
विमर्श पोर्टल
स्कूल शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों के शिक्षकों और विद्यार्थियों के अकादमिक दृष्टि से और सुधार के लिये एक प्लेटफार्म विमर्श पोर्टल तैयार किया गया है। पोर्टल के जरिये ऑनलाईन पठन-पाठन के विभिन्न विषयों के वीडियो उपलब्ध कराये गये हैं। इसके साथ ही बोर्ड परीक्षा में मेरिट वाले विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाएँ, विगत वर्ष के प्रश्न पत्र एवं मॉडल उत्तर पोर्टल पर उपलब्ध कराये गये हैं। इसी पोर्टल पर कम्युनिटी शिक्षक अपने द्वारा किये गये नवाचार को साझा कर सकते हैं और अध्यापन में आने वाली समस्याओं को चिन्हित कर विशेषज्ञ शिक्षकों से समाधान प्राप्त कर सकते हैं।