माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद नगरपालिका नही हटा पाई मुख्य मार्ग से अतिक्रमण
मण्डला, कपिल वर्मा- 9424917797
नगर में दिन प्रतिदिन नगर पालिका परिषद की उदासीनता के कारण मुख्य सङकों पर अवैध कब्जों की संख्या बढ़ती जा रही है जो कि जनमानस के लिए परेशानी का कारण बनता जा रहा है जिसके लिए पूरी तरह से नगर प्रशासन जिम्मेदार है, समय पर कोई कार्यवाही नही करने से अतिक्रमण कारियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं और तो और जिला प्रशासन के द्वारा हाल ही में जारी हुई माननीय उच्च न्यायालय के आदेश का पालन नही किया जा रहा है जिससे मुख्य बाजार का मुख्य मार्ग एक बार पुनः अतिक्रमण की चपेट में है,नगर पालिका परिषद ने मुख्य मार्ग में लग रही पथ विक्रेताओं की दुकानों को उदय चौक के समीप हाॅकर्स जोन में स्थानांतरित करने के लिए वहां बिजली, पानी,सफाई,पुरूष शौचालय, महिला शौचालय की व्यवस्था बनाई है एवं लगभग 119 दुकानें निकाली हैं, माननीय उच्च न्यायालय द्वारा 13 सितंबर को आदेश जारी किया गया जिसमें मुख्य मार्ग पर लग रही पथ विक्रेताओं की दुकानों को हाॅकर्स जोन में स्थानांतरित करने के लिए जिला प्रशासन को आदेशित किया गया, इसके बाद 29 -30 नवंबर दो दिन की प्रशासनिक कार्यवाही के बाद नगर पालिका दल के द्वारा अब केवल औपचारिकता निभाई जा रही है जिसके कारण अतिक्रमण कारियों को शह मिल रही है।
जिला चिकित्सालय जाने वाला मार्ग हो रहा बाधित : जिला चिकित्सालय के लिए जाने वाला मार्ग एक बार पुनः अतिक्रमण की चपेट में है जिसके कारण एंबुलेंस एवं अन्य मरीजों को ईलाज के लिए जिला चिकित्सालय जाने के लिए संघर्ष करना पङ रहा है,इसके अलावा बाधित मार्ग समय पर जिला चिकित्सालय नही पहुँच पाने के कारण मानवीय भावनाएं आहत हो रही है जिसका कारण जिला प्रशासन की उदासीनता है जिससे नागरिकों में रोष बढ़ता जा रहा है।
आए दिन होती है विवाद की स्थिति : मुख्य मार्ग पर सङकों के ऊपर दिन प्रतिदिन पथ विक्रेताओं की संख्या बढ़ती जा रही है और उनकी दुकानों का आकार भी बढता जा रहा है जिससे नागरिकों को अपने दोपहिया वाहन खङे करने के लिए बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और तो और वाहन खङे करने को लेकर नागरिकों एवं पथ विक्रेताओं के बीच आए दिन विवाद की स्थिति बन रही है जिसको लेकर जनमानस प्रताङित हो रहा है और नगर प्रशासन के लिए रोष बढ़ता जा रहा है।
मुख्य मार्ग की व्यवस्था बनाने में जिम्मेदारों की दिलचस्पी नहीं : शहर के व्यस्ततम मार्ग जो कि जिला चिकित्सालय जाने वाला एक मात्र सुगम मार्ग है,लेकिन मुख्य मार्ग में पथ विक्रेताओं की सङक के ऊपर दुकानें लगने से यह मुख्य मार्ग लंबे समय से अतिक्रमण की चपेट में है, लगातार जनमांग और माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद शहर के जिम्मेदारों की इस ओर कोई दिलचस्पी नहीं है जिसका खामियाजा आम नागरिकों को भुगतना पङ रहा है।
औपचारिकता बनी नगरपालिका परिषद की कार्यवाही : नगर पालिका परिषद की टीम जब मुख्य मार्ग पर लग रही दुकानों को हटाने निकलती है तब पथ विक्रेताओं को पहले से ही जानकारी मिल जाती है और पथ विक्रेता कुछ मिनिट के लिए यहाँ वहाँ हो जाते हैं और नगर पालिका टीम के जाने के बाद पुनः सङक पर दुकानें लगा लेते हैं,जिससे उनको नगर पालिका परिषद की कार्यवाही का कोई डर नही है ,नगर पालिका परिषद इनके ऊपर सामान जप्ती और चालानी कार्यवाही भी नही कर रही है जिसके पीछे नगर पालिका परिषद की कार्यवाही केवल औपचारिकता बन गई है।