राज्या मंत्री राजीव चंद्र शेखर ने रीवा विश्वविद्यालय, बेंगलुरू में आईईईई-आन्सिस सेंटर फॉर स्किल डेवलपमेंट इन आरएफ एंड माइक्रोवेव का शुभारम्भ किया
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी और कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार भारत को प्रौद्योगिकी का एक उपभोक्ता और बैक ऑफिस सपोर्ट देने वाले देश से आगे दुनिया का एक अग्रणी प्रौद्योगिक उत्पादक बनाने के लिए शोध एवं विकास के प्रयासों में पूंजी सहयोग दे रही है। आज बेंगलुरू में हुए आईईईई मैपकॉन (माइक्रोवेव, एंटीनाज ऐंड प्रोपागेशन कॉन्फ्रेंस) 2022 के पहले संस्करण को वर्चुअल रूप में संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, “हम अब दुनिया के लिए बैक-ऑफिस सपोर्ट नहीं हैं। हमारे कुशल इंजीनियरों को कुछ नया करने और अपना उद्यम शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। सरकार इन पहलों को समर्थन देने के लिए पूरी तरह तैयार है। भावी डिजाइन, भावी प्रयोगशालाओं और भावी कौशलों द्वारा समर्थित डिजिटल इंडिया कार्यक्रम भारत को एक सेमीकंडक्टर राष्ट्र बनने में सक्षम बनाएगा।”
भारत सेमीकंडक्टर और प्रमुख तकनीक विकास के लिए आरएंडडी पूंजी जुटाने के लिए जल्द ही भविष्य की प्रयोगशालाओं का शुभारम्भ करेगा। उन्होंने कहा, ये प्रयोगशालाएं सी-डैक से जुड़ी होंगी और इससे उद्योग और अकादमिक सहयोग को प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रौद्योगिकी कंपनियां, स्टार्ट-अप और सरकार भारत को सेमीकंडक्टर राष्ट्र और इलेक्ट्रॉनिक्स वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं में प्रमुख खिलाड़ी के रूप में तैयार करने के लिए भागीदार बनेंगे। केंद्रीय मंत्री ने बेंगलुरू में रीवा विश्वविद्यालय में आईईईई-आन्सिस सेंटर फॉर स्किल डेवलपमेंट इन आरएफ एंड माइक्रोवेव और आनसिस इनोवेशन स्पेस (एआईएस) पोर्टल का भी शुभारम्भ किया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत विजन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र इलेक्ट्रॉनिकी, सेमीकंडक्टर और एएंडडी क्षेत्रों में कार्यबल को कुशल बनाने में सहायता करेगा। इस केंद्र और एआईएस पोर्टल के माध्यम से, वैश्विक अगुआ और इंजीनियरिंग सिमुलेशन सॉफ्टवेयर के अन्वेषक आन्सिस का उद्देश्य प्रधानमंत्री के कौशल भारत और आत्मनिर्भर भारत मिशन के अनुरूप इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर और एयरोस्पेस एवं अंतरिक्ष के क्षेत्र में कार्यबल के कौशल और विशेषज्ञता के विकास में सहायता करना है। केंद्र के बारे में राजीव चंद्रशेखर ने कहा, “कौशल विकास केंद्र से पता चलता है कि कैसे उद्योग और शिक्षा क्षेत्र एक साथ आ सकते हैं और अत्याधुनिक कौशल और स्किल इंडिया मिशन के विकास पर जोर दे सकते हैं। मैं इसे पूरे भारत में ले जाने के लिए अपने समर्थन और सहायता की पेशकश करता हूं। आन्सिस इनोवेशन स्पेस (एआईएस) पोर्टल एक अच्छी पहल है जो डिजिटल आधारित कौशल विकास कार्यक्रम उपलब्ध कराने के सरकार के प्रयासों में बहुत अच्छी पूरक हो सकता है।” सेंटर फॉर स्किल डेवलपमेंट इन आरएफ एंड माइक्रोवेव का विकास और गति देने एवं पेशेवरों और छात्रों दोनों के लिए क्षमता विकास के उद्देश्य से तैयार किया गया है। यह मौजूदा प्रणाली में रेडियो फ्रीक्वेंसी (आरएफ) और माइक्रोवेव इंजीनियरिंग में सबसे उन्नत रुझानों के अनुकूलन पर केंद्रित है। यह सुविधा हर साल 1500 से अधिक छात्रों और पेशेवरों को प्रशिक्षण और ज्ञान प्रदान करने में सक्षम होगी।