कपिल वर्मा ….
मंडला खनिज विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, रेत खदान संचालक ने रॉयल्टी जमा न करने के कारण विभाग ने टेंडर को टर्मिनेट कर दिया है। जहां रेत खदानें बंद होने की वजह से जिले में रेत के दामों में बेतहाशा वृद्धि देखने को मिल रही है। वहीं खनिज विभाग ने नए टेंडर जारी करने की तैयारी की जा रही है।
ईटीपी पर पहले से ही थी रोक
गौरतलब है कि जिले में रेत खदान संचालन के लिए अष्टावक्र आईटी सॉल्यूशन ने टेंडर लिया था। पिछले कुछ समय से खदान संचालक ने खनिज विभाग की रॉयल्टी जमा नहीं करने की वजह से खनिज विभाग भोपाल ने ईटीपी रोक लगा दी गई। उसके बाद भी संचालक ने बकाया राशि जमा नहीं करने पर विभाग ने अब टेंडर को टर्मिनेट कर दिया है।
13 करोड़ से अधिक का बकाया
मिली जानकारी के अनुसार, रेत खदान संचालक अष्टावक्र कंपनी पर विभाग की रॉयल्टी का 13 करोड़ रुपए से अधिक का बकाया था। जिसके कारण विभाग ने रेत के उत्खनन, परिवहन पर पूर्णता रोक लगा दी थी। प्रशासन की सख्ती की वजह से जिले में रेत दामों में भारी उछाल आ गया है। निर्माण का सीजन होने की वजह से लोग रेत के लिए भटक रहे हैं।
नए टेंडर की प्रक्रिया शुरू
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार रेत खदान के टेंडर टर्मिनेट होने के बाद अब नए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जनवरी के पहले-दूसरे सप्ताह में विभाग नए टेंडर जारी करने की बात कही जा रही है। नए टेंडर होने के बाद जिले में स्थित खदानों से रेत उत्खनन हो सकेगा।
डंप पर नहीं हुआ निर्णय
टेंडर निरस्त होने के बाद ठेकेदार ने डंप की रेत पर कोई भी निर्णय विभाग ने नहीं किया। बताया जा रहा है कि खनिज विभाग इस संबंध में निर्णय लेगा। माना जा रहा है कि जब तक निर्णय नहीं होगा। तब तक उक्त रेत वहां से नहीं हटाई जाएगी।
जिला खनिज अधिकारी राहुल शांडिल्य ने बताया कि रेत खदान संचालक ने रॉयल्टी जमा नहीं की थी। बकाया राशि 13 करोड़ से अधिक हो चुकी है। अब स्टेट माइनिंग कॉर्पोरेशन ने टेंडर टर्मिनेट किया है। बकाया अवधि के लिए नए टेंडर जारी किए जाने की तैयारी की जा रही है।