प्राकृतिक सौंदर्य से ओतप्रोत मध्य प्रदेश का मंडला जिला, जहाँ आदिवासी संस्कृति सदियों से पोषित होती आई है. सहस्त्रधारा का कलकल का प्रवाह.नर्मदा खंड में पल्लवित आध्यात्मिक धरोहर. गोंडवाना साम्राज्य के पुरातन वैभव को प्रदर्शित करती ऐतिहासिक इमारतों के बीच आदिवासी संस्कृति और परम्पराओं को आत्मसात किये हुए, आदिवासी समुदाय की जीवन शैली आधुनिकता की ओर अग्रसर है. इसका एक प्रमुख कारण है शिक्षा का प्रसार.
मध्यप्रदेश शासन की महत्वकांक्षी योजनाओं के बाद भी कोविड-19 जैसी अप्रत्याशित परिस्थितियों से शिक्षण सत्र 2020-21 और 2021-22 प्रभावित हुआ. जिसके कारण विद्यार्थी घर पर अध्ययन के लिए बाध्य हुए.डिजीलेप के माध्यम से शिक्षा के साथ-साथ कोविड-19 की विषम परिस्थितियों में जिले में शिक्षा की गुणवत्ता और उपलब्धता को सुनिश्चित करने कलेक्टर मण्डला हर्षिका सिंह के निर्देशन में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के माध्यम से ‘प्रोजेक्ट नई उड़ान‘ का आगाज किया गया. इसका उद्देश्य कोरोनकाल में दूर-दराज तक विद्यार्थियों को शिक्षा से को जोड़े रखना.ना केवल जोड़े रखना,बल्कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, विद्यार्थी को घर में विद्यालय जैसी सुविधा के साथ प्रदान करना रहा.इसके साथ ही विद्यालयों को संसाधन युक्त बनाकर शिक्षकों को शिक्षण कौशल में निपुण बनाया गया. प्रोजेक्ट नई उड़ान का संयोजन जिला शिक्षा अधिकारी के सानिध्य में अतिरिक्त परियोजना समन्वयक राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान मुकेश पांडे द्वारा किया गया.
मण्डला जिले में 122 हाईस्कूल और 91 हायर सेकेंडरी हैं.शिक्षकों की कमी अतिथि शिक्षक द्वारा पूरी की जा रही है.इंटरनेट यूं तो सबकी पहुंच में है. लेकिन, जिले का कुछ भाग आज भी इंटरनेट नेटवर्क से दूर है. विगत वर्ष हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी के 54,412 दर्ज विद्यार्थियों में 31,407 अनुसूचित जनजाति और 2,573 अनुसूचित जाति के विद्यार्थी थे. इनमें से 15,629 विद्यार्थी इन्टरनेट सुविधा से विहिन थे. सरकारी स्कूलों में अधिकांश विद्यार्थी आदिवासी समुदाय से आते हैं. प्रोजेक्ट नई उड़ान के अंतर्गत विगत वर्ष प्रोजेक्ट नई उड़ान का शुभारंभ 01 अक्टूबर 2020 को किया गया था.कलेक्टर मण्डला द्वारा चलित प्रयोगशाला रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया.चलित प्रयोगशाला में प्रयोगशाला सामग्री का प्रदर्शन जिले की 454 ग्राम पंचायतोंमें किया गया. जिससे लगभग 32277 विद्यार्थी लाभान्वित हुए. विद्यालय विहीन गाँवों-टोलों में पेड़ों के नीचे या शामियाना लगाकर प्रयोगशाला लगाई गई. सामग्री का प्रदर्शन व उपयोगिता की जानकारी पाकर विद्यार्थी रोमांचित हुए.नवीन शिक्षण सत्र 2021-22 में इस योजना को जारी रखा गया है.
इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत अड़तालीस उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों की प्रयोगशाला और पुस्तकालयों को आधुनिक रूप दिया गया.अन्य विद्यालयों के प्राचार्यों और शिक्षकों को इन विद्यालयों में एक्सपोजर विजिट करवाई गई. ताकि, प्रेरणा लेकर वे भी अपने विद्यालयों की प्रयोगशाला एवं पुस्तकालयों को आधुनिक बनवाने की दिशा में पहल करें. ई-विद्यालय जिला प्रशासन के पोर्टल एनआईसी मण्डला में ई-विद्यालय विकल्प दिया गया. ताकि दूरस्थ स्थानों के विद्यार्थियों को भी पाठ्य सामग्री आसानी से उपलब्ध हो जाये और उसका शिक्षण प्रभावित न हो. जुलाई 2020 से प्रत्येक रविवार ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी की मुफ्त सुविधा दी जा रही है,जिसके अंतर्गत प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में आसानी होती है. सोलह हजार छात्र-छात्रायें प्रति सप्ताह लाभान्वित हुए.
मण्डला के नब्बे आदिवासी छात्र-छात्राओं को जेईई एवं नीट की प्रतियोगी परीक्षा के लिए निःशुल्क ऑनलाइन कोचिंग दी गई. इस पहल के परिणामस्वरूप जेईई मेन्स एग्जाम में बाइस विद्यार्थियों ने क्वालीफाई किया.
जनवरी 2021 कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए कैरियर गाइडेंस एंड मोटिवेशन कार्यशाला के आयोजन में प्रोफेशनल कैरियर काउंसलर द्वारा बारह हजार बच्चों को ऑनलाइन और ऑफलाइन मार्गदर्शन दिया गया.वार्षिक परीक्षा के पूर्व विभिन्न विषयों के विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं के समाधान के लिए प्रत्येक ब्लॉक में डाउट क्लीयरिंग क्लासेस आयोजित की गई. दसवीं और बारहवीं के 4200 विद्यार्थियों ने इस सुविधा का फायदा उठाया.
संविधान प्रश्नोत्तरी का जिला स्तरीय आयोजन कर,संविधान में दिए गए प्रावधानों और भारतीय लोकतंत्र से जुड़ी जानकारियों से विद्यार्थियों के सात-साथ जन सामान्य को अवगत कराया गया.कोविड-19 के विरुद्ध चल रहे टीकाकरण अभियान को गति प्रदान की. जनता को जागरूक करने के लिए स्थानीय भाषा में गीत, लोगो और पोस्टर तैयार करवाये गए. शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में कार्यरत शिक्षक अखिलेश उपाध्याय द्वारा प्रस्तुत कोविड वेक्सिनेशन वीडियो संदेशों जिले के समस्त विद्यालयों में प्रसारित किया गया.
शिक्षण सत्र 2021-22 में भी प्रोजेक्ट नई उड़ान भाग-02 के अंतर्गत चलित प्रयोगशाला का शुभारंभ एक जुलाई 2021 से किया गया है. कोविड-19 वेक्सिनेशन जागरूकता, विद्यार्थियों के लिए प्रवेश पूर्व कैरियर काउंसलिंग, शिक्षकों के विषय सम्बंधित जिज्ञासाओं का समाधान सहित अन्य गतिविधियां निरंतर संचालित की जा रही हैं. मध्यप्रदेश शासन द्वारा प्रदत्त योजनाओं और सुविधाओं का लाभ सभी विद्यार्थियों को मिल सके इस दिशा में लगातार प्रयास जारी है.