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लोगों की धारणा बदलने का खेल सबसे सशक्त माध्यम – दीपा मलिक

New Delhi: Paralympic silver-medallist Deepa Malik after being conferred Rajiv Gandhi Khel Ratna award by President Ram Nath Kovind (unseen) during National Sports and Adventure Award 2019, at Rashtrapati Bhawan in New Delhi, Thursday, Aug 29, 2019. (PTI Photo/Kamal Singh)(PTI8_29_2019_000133B)

पैरालम्पियन का जिला प्रशासन ने किया सम्मान

शॉटपुट एवं जेवलिन खेल में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की दिव्यांग खिलाड़ी दीपा मलिक को बुधवार को मंडला आगमन हुआ। 2016 के पैरालम्पिक में रजत पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी दीपा मलिक सांसद कप के समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई। जिला प्रशासन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय स्तर की इस खिलाड़ी एवं दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा स्त्रोत दीपा मलिक का योजना भवन में सम्मान किया गया। इस कार्यक्रम में केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, कलेक्टर हर्षिका सिंह, सहायक कलेक्टर अग्रिम कुमार, जिला पंचायत उपाध्यक्ष शैलेष मिश्रा, भीष्म द्विवेदी, सांसद प्रतिनिधि, संबंधित विभागों के अधिकारी, स्कूल छात्र-छात्राएं तथा खिलाड़ी उपस्थित थे। विभागीय अधिकारी ने उपस्थित अतिथियों का पौधा देकर स्वागत किया।
सम्मान कार्यक्रम में केन्द्रीय इस्पात राज्यमंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि जिले एवं देश के लिए दीपा मलिक प्रेरणास्त्रोत है। उनसे जिले के आदिवासी बच्चे प्रेरणा लेकर निश्चित रूप से आगे बढ़ेंगे। श्री कुलस्ते ने दीपा मलिक के जीवन एवं संघर्ष की सराहना की। उन्होंने कहा कि मंडला जिले के युवा अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी दीपा मलिक से प्रेरणा लेते हुए जिले का नाम रोशन करें। उन्होंने पद्मश्री एवं राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार विजेता का मंडला जिले में पधारने के लिए जिलेवासियों एवं जिला प्रशासन की ओर से धन्यवाद दिया। कलेक्टर हर्षिका सिंह ने जिला प्रशासन की ओर से दीपा मलिक को मोमेंटों देकर सम्मानित किया।
लिम्काबुक सहित अनेक रिकॉर्डधारी दीपा मलिक ने जिले के छात्र-छात्राओं एवं खिलाड़ियों के अलग-अलग सवालों के प्रेरणादायक जवाब दिए। उन्होंने अपने जीवन संघर्ष तथा सफलता के बीच आने वाले अनेक प्रसंगों का विस्तार से जिक्र किया। दीपा मलिक ने बताया कि भारत में खेल प्रतिभाएं हैं, सरकार द्वारा खेल प्रतिभाओं को निखारने का सराहनीय कार्य जारी है। उन्होंने बताया कि ’मीट-द-चैम्पियन’ कार्यक्रम के तहत ख्यातिप्राप्त खिलाड़ियों को नए खिलाड़ियों से विभिन्न कार्यक्रमों के तहत मिलने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि धीरे-धीरे भारत में खेल कल्चर विकसित हो रहा है। बेटियां भी खेल की हर विधा में आगे बढ़ते हुए नाम रोशन कर रही हैं।
दीपा मलिक ने खिलाड़ियों एवं छात्र-छात्राओं को सफलता का मंत्र देते हुए कहा कि समय प्रबंधन, फिटनेश तथा चुनौतियों का सामना करने से सफलता अवश्य प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि अपने सपनों को जरूर जिएं और उसके लिए कड़ी मेहनत करें। दीपा मलिक ने अपनी पारिवारिक पृष्ठभूमि एवं परिवार द्वारा निरंतर आगे बढ़ने में मिले सहयोग के बारे में भी बताया। लगातार 3 एशियाई मेडल जीतने वाली एकमात्र खिलाड़ी दीपा मलिक ने जिला प्रशासन द्वारा किए गए सत्कार के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने सभी बच्चों से कहा कि खेलकूद के लिए जरूर समय निकालें। उन्होंने कोविड काल में स्वरचित कविता ’बिटिया तुम ऐसी होना…’ का पाठ भी किया। कार्यक्रम का संचालन अखिलेश उपाध्याय ने किया।

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