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मटियारी बांध के जलद्वार किसी भी समय खोले जा सकते हैं

निचले सतह पर निवासरत ग्रामवासियों से अपनी अस्थाई एवं चल सम्पत्ति को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की अपील

मंडला। कार्यपालन यंत्री जल संसाधन मंडला ने बताया कि जिले के बिछिया विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम सिमरिया में मटियारी मध्यम सिंचाई परियोजना मटियारी नदी पर निर्मित है। इस परियोजना के अंतर्गत 1131.42 मी. लम्बाई एवं बांध की अधिकतम ऊंचाई 28.20 मी. है। बांध पर 6 रेडियल गेट (12×5.00 मी. आकार के) निर्मित है। जिसका अधिकतम डिजाइन फ्लड डिस्चार्ज 2237 क्यूमेक है। मटियारी बांध का कैचमेंट एरिया 158.755 वर्ग कि.मी., बांध की जीवित क्षमता 51.12 मि.घ.मी. है। कार्यपालन यंत्री जल संसाधन ने आम जनता को सूचित किया है कि वर्ष 2024-25 में मटियारी बांध का जल स्तर 497.43 मी. तक 100 प्रतिशत भरा जाना है, जलाशय का जल भराव 15 अगस्त तक 63.90 प्रतिशत, 30 अगस्त तक 73.85 प्रतिशत तथा 15 सितम्बर तक 100 प्रतिशत रखना निर्धारित किया गया है। 31 जुलाई 2024 को जलाशय का जलस्तर 492.45 मी. 45.46 प्रतिशत है। यदि जलाशय में पानी का आवक अधिक होने के कारण जल भराव दर्शित अवधि के पूर्व अधिक होता है तो वर्षाकाल में अतिरिक्त पानी को निकालने के लिए जलद्वार किसी भी समय खोले जा सकते हैं। ऐसी स्थिति में नदी का जल स्तर भी अचानक बढ़ सकता है। मटियारी जलाशय के निचले सतह पर रहने वाले मण्डला जिले के ग्राम बघरौडी, रामपुर, डुढ़का, अहमदपुर, बैलटोला, नरैनी, सरईटोला, जगनाथर, मटियारीटोला माधोपुर, डगनीटोला, जैताटोला, करियागांव, गंगोरा, दिवारा, मटियारी बांध के क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित होते है। उन्होंने समस्त ग्रामवासियों को सूचित किया है कि वे अपनी अस्थाई एवं चल सम्पत्ति को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दें, ताकि किसी प्रकार की जन-धन की हानि से बचा जा सके। उन्होंने नदी में बाढ़ आने की स्थिति में नदी पार  न करें।

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