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जारी हैं जल संरचनाओं के पुर्नजीवन के प्रयास (मण्‍डला समाचार)

की जा रही जल स्त्रोतों की सफाई, हो रहे पौधरोपण

               पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव के निर्देशानुसार जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत मध्यप्रदेश के सभी जिलों में परम्परागत जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं पुर्नजीवन हेतु 5 जून से 16 जून तक विशेष अभियान का संचालन किया जाना है जिसके परिपालन में जनपद पंचायत मण्डला की समस्त 81 ग्राम पंचायतों में ऐसी जल संग्रहण संरचनाएं (जैसे नदी, तालाब, कुंआ, बावड़ी, चैकडेम, स्टापडेम आदि) जो कि वर्तमान में विभिन्न कारणों से अनुपयोगी हो गई है। इनके जल स्त्रोतों को अविरल बनाये जाने के लिए इन संरचनाओं का पुनरूद्धार, जीर्णाेद्धार एवं नवीनीकरण किये जाने हेतु कार्यों को चिन्हित कर अधिक से अधिक कार्य पूर्ण कराये जाने हेतु सतत् अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान को व्यापक जनसमर्थन प्राप्त हो रहा है।

               जनपद पंचायत मण्डला के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रमेश कुमार मंडावी ने बताया कि जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत मुख्यतः मनरेगा योजना के पाँच वर्षों से अधिक समय के पूर्व निर्मित स्टापडेम, चैकडेम, तालाब, सामुदायिक कूप एवं बावड़ी के कार्यों में मरम्मत, जीर्णाेद्धार आदि कार्य मनरेगा योजना से कराये जा सकते हैं। इसके अलावा जल संरक्षण के तहत वे कार्य जो मनरेगा में अनुमत्य नहीं हैं उन्हें अन्य मद (5वां वित्त, 15वां वित्त) आदि से कराया जा रहा है। अभियान का उद्देश्य वर्षाकाल के जल को अधिक से अधिक संग्रहित करने हेतु परंपरागत जल संरचनाओं का जीर्णाेद्धार करना है ताकि क्षेत्र विशेष की आवादी के आधार पर तैयार किये गये वाटर बजट के अनुसार उस क्षेत्र में निवासरत मनुष्यों एवं पशुओं के पेयजल एवं दैनिक उपभोग हेतु निस्तार के लिए पानी की समस्या को इस वर्ष पूरी तहर से दूर किया जा सके एवं जल का संग्रहण इतनी मात्रा में किया जा सके ताकि अगले वर्ष ग्रीष्मकाल में भी पानी के परिवहन की आवश्यकता न हो। जनपद पंचायत मण्डला की सभी ग्राम पंचायतों में स्टापडेम, चैकडेम, तालाब, सामुदायिक कूप एवं बावड़ी आदि में जीर्णोद्धार एवं साफ सफाई कार्य कराये जा रहे हैं। साथ ही वृक्षारोपण की तैयारी हेतु गड्ढों की खुदाई भी की जा रही हैं। उक्त कार्य में पंचायत के अमले के अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं आम जनता का भी जन भागीदारी के रूप में अंभूतपूर्व सहयोग देखने को मिल रहा है। 16 जून 2024 को गंगा दशहरा के अवसर पर सभी ग्राम पंचायतों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ उक्त अभियान का समापन किया जायेगा।

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